दोस्ती

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ऐ दोस्त तेरी दोस्ती का रिश्ता बहुत गहरा है l
न जाने किस उम्मीद पर दिल ठहरा है l
ऐ दोस्त यह रूह से रूह की गहराईयों का रिश्ता है l
जो रिश्तों से परे मोहब्बत की डोर से बंधा है l
ऐ दोस्त यह एक प्यारा सा मासूमियत का रिश्ता है l
जिसमे रूठकर मनाने का एक सिलसिला है l
ऐ दोस्त यह पाक इरादों का रिश्ता है l
जिसमे दिल हर वक्त तेरी खुशियों की दुआ करता है l
ऐ दोस्त यह एक गुमनाम सा रिश्ता है l
जो लोगों की रुस्वायिओं से डरता है l
ऐ दोस्त यह तेरा नहीं न ही मेरा रिश्ता है l
यह तो उस खुदा का प्यारा सा रिश्ता है l
ऐ दोस्त यह दूरियों और फासलों से परे का रिश्ता है l
जिसमे हरदम तू ही तू मेरे पास हुआ करता है l
ऐ दोस्त यह उन ख्वाहिशों और तमन्नाओं का रिश्ता है l
जिसमे दिल हर वक्त तुझसे मिलने की दुआ करता है l
ऐ दोस्त यह ख्यालों में खुदा को पाने का रिश्ता है l
क्योंकि खुद खुदा तुझमे ही दिखता है l